हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री का मूल्य न पहचाना,
तो ले, मैं भी अब जाता हूं,
अंतिम संकल्प सुनाता हूं.
याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा…आज कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती के मौके पर सुनिए, साहित्य आजतक 2019 में अभिनेता आशुतोष राणा द्वारा सुनाई गई रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता कृष्ण की चेतावनी.
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