अपने-अपने राम के ऊर्जा-सत्रों के दौरान दूसरे और तीसरे दिन आप सबकी जिज्ञासाओं के बीच से गुजरना मेरे लिए अत्यंत रोचक होता है। आप सबके प्रश्नों से गुजरते वक्त मैं सदा यह प्रयास करता हूँ कि सबसे मुश्किल सवालों को सबसे पहले संबोधित करूँ। परिहास की दृष्टि से उपजा यह सवाल जितना सहज है, जीवन-दृष्टि के हिसाब से इसकी गंभीरता भी उतनी ही व्यापक है। सफलता असफलता के रहस्यों की इस व्याख्या को पूरा सुनकर उन अपनों तक भी अवश्य पहुँचाइएगा जिनके जीवन की सफलताएँ आपकी प्रार्थनाओं का प्रतिफल हुआ करती हैं। 😍❤️
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